
एक गांव मे एक गरीब परिवार रहते थे । वो किसी तरह मेहनत मजदूरी कर के अपने बिबि और तीन-तीन बच्चो का भरन पोसन करते थे । प्रतिदिन बहुत ज्यादा मेहनत करने के बाद भी उसके पास कुछ भी नही बच पाता था। उसके लाख प्रयास करने के बाद भी कुछ भी शेष नही बचता था । वो अपने गरीबी से बहुत तंग आ गया था । वो दिन रात यही सोचता रहता था की आखिर क्या करे की हमारे पास भी कुछ पैसा बच पाए ताकि अपना तो जीवन किसी तरह निकल रही है पर बच्चो का भविष्य बन जाए।
इसी बात की चिन्ता उसे रोज सताया करती थी । उसकी बिबी उसे रोज समझाया करती थी की ज्यादा चिन्ता नही करनी चाहिए । अपने मेहनत से जीतना आ रहा है उतना मे किसी तरह परिवार चल ही जाता है । भगवान तीन तीन बच्चे दिए है अगर बङे होकर वो भी कमाने लगेंगे तो अपनी गरीबी दुर हो जाएगी । लेकिन भिर भी इसकी चिन्ता नही जाती थी ।

दुसरो को देखकर मन मे ख्याल आही जाती है।
एक दिन ये मजदूर एक चाय पान के दुकान के बगल मे काम कर रहा था । तभी एक रेन्जरोभर गाङी से उतर कर एक ब्यक्ति चाय पिने के लिए उतरा उसे उतरते ही चाय वाला उसे सलाम किया और फिर उसे बैठने के लीए कुर्सी दिया । उसे बैठने के तुरंत बाद दुकानदार जल्द से अच्छी तरह से चाय लाकर दिया ।
उस आदमी का ऐसी रुतबा देखकर मजदूर बहुत आकर्षित हुआ और मन मे सोचने लगा की सायद ऐसा ही मरुतबा अगर ।मारा भी रहता तो मै भी ऐसो आराम की जिन्दगी जीता । उस आदमी के चले जाने के बाद दुकानदार से मजदूर उस अदमी के बेरे मे पूछा तो दुकानदार बोला की ये भी एक समय मे बहुत गरीब थे !
फिर ये प्रदेश नौकरी कर के कुछ पैसा इकठा किया और उसी पैसे से खुद कि बिजनेस चालु कर के आज यहा तक पहुचा है उसके लिए अपने परिवार से मोह माया त्याग कर के किया है ।ये बात इस मजदूर के दिमाग मे बैठ गई और सोचने लगा की हम भी प्रदेश जाकर उसी तरह से पैसे कमाएंगे।
ये मजदूर साम को जब अपने घर आया तो अपने पत्नी से खुद को प्रदेश जाने को कहा तो पत्नी साफ इन्कार कर दी । बोली की अगर आप प्रदेश चले जायेंगे तो बच्चे और हमलोग का ख्याल कौन रखेगा ।
पैसे की ख्वाहिश क्या से क्या करवा देती है ।
पैसे कमाने की मन इतनी ख्वाहिश थी की अपने बिबी की बात नही माना और चुपके से प्रदेश चला गया । वहा जाकर एक पहले तो उसे काफी भटकना पङा फिर कही जीकर उसे एक कंपनी मे काम मिला । ये काम करने मे और पैसे कमाने मे इतना ब्यक्त होगया की अपने घर परिवार को भी भुल गया ।
ये पैसा कमाकर कुछ पैसा इकट्ठा कर के एक बिजनेस स्टार्ट किया और धीरे धीरे बिजनेस काफी अच्छा चलने लगा । धीरे धीर आगे चलकर अब ये कई बिजनेस कर दिया । अब तो इसके पास बहुत सारे पैसे और कई सारे महंगी गाङी और खुद का मकान हो गये थे ।अब तो ये बड़ा बन गया था !
एक दिन किसी काम से अपने गांव के नजदीक शहर होते हुए किसी दूसरे जगह जारहा था तभी उसकी नजर अपने बीबी पर पड़ी और देख कर दंग रह गया क्यों कि उसकी बीबी के शरीर पर फटे साड़ी पहने थी और रस्ते में आते जाते मुसाफिर से भीख मांग रही थी ! अपने बीबी को ऐसी हालत में देख कर गाड़ी रोक कर आता है और अपने बीबी के पास आकर उसे अपने साथ घर जाता है फिर बचे के बारे में पूछा तो पता चला कि एक बच्चा काफी बीमार है और दूसरा एक साहूकार के यहां नौकर का काम करता है !
फिर बीबी को बोलता है कि अब सभ लोग मेरे साथ चलोगे ! लेकिन बीबी साफ इनकार कर दी क्यों कि अगर ये इन लोगों को छोड़ कर नहीं गया होता तो आज आपके बीबी बच्चों को ऐसी हालत नहीं होती ये सब सुन कर रोने लगता है और कहने लगा कि आज मैं सभ कुछ पाकर भी कुछ नहीं है आज मैं दुनिया का सबसे बड़ा कंगाल इंसान हु यही कह कर रोने लगता है !