
दो दोस्त की एक लभ : दो दोस्त कैसे रहते थे
एक ही कॉलेज मे दो दोस्त एक साथ ही पढाई करते थे । एक का नाम राजु और दुसरे का नाम रौशन था ।दोनो मे बहुत गहरी दोस्ती थी क्यो की दोनो बचपन के साथी थे । दोनो को एक साथ मे खेलना कूदना और एक ही थाली मे एक ही साथ खाना पीना रहता था । दोनो एक दुसरे की खुसी का भरपुर ख्याल रखते थे । इन दोनो मे कभी किसी बात को लेकर अन बन लङाइ झगङा नही हुआ था । गांव मुहल्ला और रिस्तेदार सभी लोग इन दोनो के दोस्ती का मिसाइल दिया करते थे।
दोनो के बिच आखिर तीसरा
एक दिन कालेज मे फुटबाल के मैच के लीए एक टीम की सलेक्शन हो रही थी । कंपटीशन लङका और लङकी के बिच मे होने वाला था । जिसमे राजु और रोमन लङके के टीम मे खेल रहे थे । मैच मैच सुरु हुई और बहुत जोर सोर हुई लङकीयो के टीम मे एक रोशनी नाम की लङकी भी खेल रही थी ।
जिससे राजु चाहने लगा था । लेकिन रोशनी को इस बात को मालुम नही था । लेकिन राजु रोशनी के उपर पुरी तरह से दिवाना हो गया था । तभी एक दिन रोशनी मार्केट मे अपनी मम्मी के लीए साङी खरीदने गई थी । संयोग से रोशन भी उसी दुकान पर कुछ कपङे लेने गये थे । रोशनी साङी ले ली और पैसे देने के लीए पर्स देखा तो उसमे पेसे नही थे ये अपना पैसा घर भुल गई थी । पासा भुल गई ये बात दुकानदार को बताई तो दुकानदार बोला की अगर पैसा नही था तो ईतना मेहनत बेकार मे करवाई । रोशनी सर्म से सर को नीचे कर ली । रोशन भी वही था और ये सभ देखकर रहा नही गया और अपना पैसा रोशनी के साङी के लीए दुकानदार को दे दिया ।
प्यार साथ रहा की दोस्त
रोशन के ईस बेवहार से रोशनी उस पर दिवानी हो गई थी । दुकान से बाहर कुछ दुर साथ टहलते जा रहे थे और बातो ही बातो मे दोनो मे प्यार की सुरुवात हो गई । लेकिन रोशनी के उपर राजु दिवाना था । उधर रोशनी और रोशन का प्यार चल रहा था । एक दिन राजु रोशनी प्यार का इजहार किया लेकिन रोशनी राजु को बता दी की हम रोशन से प्यार करते है ।
और रोशन भी हमसे प्यार करता है । ये सभ सुनकर राजु को बहुत बुरा लगा और सोचने लगा की एक दोस्त ही दोस्त के प्यार के बिच मे दिवार बन रहा है । उस दिन से राजु और रोशन के बिच मे मन ही मन दुश्मनी हो गई और राजु अब रोशन से बातचीत करना बंद कर दिया । रोशन को ईस बात से अब कोई फर्क नही ही पङा और रोशनी से प्यार करता रहा