बचे और कुत्ते : बचे को खेलने के लिए कुछ भी चाहिए

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बचे और कुत्ते : बचे को खेलने के लिए कुछ भी चाहिए

मुहल्ले में बहुत सारे बचे थे सभी बचे एक साथ मिलकर खेला करते थे । सभी को आपस में बहुत बनती थी । उसी बच्चों में से एक का नाम श्याम था । एक दिन श्याम और भी बच्चों के साथ मिलकर खेल रहा था तभी उसे एक कूटे का बचा दिखाई दिया ।
वो कूटे का बचा बहुत ही प्यारा था श्याम अपने दोस्तो के साथ खेलना छोड़ उस कुत्ते के बचे को देखने लगा वो बचा भी श्याम के पास आकर उसे अपनी जीभ से चाटने लगा । श्याम को ये बहुत ही अच्छा लगा इस लिए श्याम भी उस कुत्ते के बचे के पास बैठ कर उसे सहलाने लगा और इसे प्यार करने लगा । बचा भी सहलाता देख अपना पूछ हिला रहा था ।

छोटे लड़कों को कुत्ते के बचा से लगाव हो ही जाता है

श्याम इधर उधर देखा तो इस बचे का कोई भी वारिस दिखाई नहीं दिया । इसलिए श्याम इस कुत्ते के बचे को अपने गोद में उठा कर घर लाया । श्याम की मां इस कुत्ते के बचे को अपने घर में श्याम के साथ देख कर बहुत गुस्सा हुई और श्याम से बोली कि अभी के अभी इसे घर से बाहर करो नहीं तो तुम्हे बहुत मर पड़ेगी ।

श्याम अपनी मां के डर से उस कुत्ते के बचे को घर से बाहर लेकर आगया। मगर घर के पीछे एक खूंटे में इसे रेसी बांध कर अन्दर चला गया । फिर हर रोज खुद को खाना खाने से पहले किचेन से रोटी चुराकर पहले उस कुत्ते के बचे को खिलाया करता था और जो दूध इसे पीने को मिलता वो चुपके से उसे लेजाकर पीला देता था

कभी न कभी किसी को मालूम हो ही जाता है

एक दिन श्याम के मा और पिता मिलकर घर की सफाई कर रहे थे घर के अंदर साफ सुथरा कर के फिर बाहर की सफाई कर रहे थे । तभी श्याम के पिता अचानक घर के पीछे गए तो उनकी नजर उस कुत्ते के बचे पर पड़ी तो उसने इस कुत्ते के बचे को उठाकर कही दूर लेजाकर छोड़ दिया । उस वक्त श्याम स्कूल गया था

फिर स्कूल से आने के बाद जब घर के पीछे जाकर देखा तो वहां कुत्ते का बचा नहीं दिखाई दिया फिर उसने अपनी मां से पूछा तो पता चला कि इसके पिता उस कुत्ते के बचे को कही दूर लेजाकर छोड़ दिया है । ये सुनकर श्याम रोने लगा श्याम को रोता देख उसकी मां बहुत समझाई लेकिन श्याम रोता ही रहा ।
इसे ज्यादा रोता देख इसकी मा समझ गई कि इसे उस बच्चे से बहुत लगाव हो गया है फिर उसकी मां ने इसके पिता से कह कर वो कुत्ते के बचे को मंगवा लिया । उस बच्चे को देख श्याम का रोना बंद हो गया और पास आकर उसे खूब प्यार करने लगा । अब इसकी मा और पिता कह दिए कि ठीक है इसे अब अपने साथ रखो कोई दिक्कत नहीं है । श्याम अब इस बचे के साथ रहने लगा और रोज इसके साथ खेलने लगा ।

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