
छठ मा की कृपा : छठ मा सबकी भलाई करती है
मेरे शादी के कई साल बीत गए थे । ऐसे तो मेरे जीवन में किसी चीज की कमी नहीं थी लेकिन बस एक ही चीज था जो मेरे जीवन को अधूरा कर दिया था । लाख कोशिश करने के बावजूद मेरा कोई संतान नहीं हो रहा था । इसी वजह से मैं हर वक्त उदास रहा करती थी । इसके लिए कई सारे डॉक्टर और हॉस्पिटल से दवाई भी करवा चुकी हु मेकिन कोई लाभ नहीं हुआ ।

अब मैं यही सोच लिया कि शायद भगवान हमारे किस्मत में औलाद का सुख नहीं लिखा है । एक दिन हमारे साश की बहन घर आई थी तभी बात बात में कही कि बहु हर जगह से तो दवा कर कर तक गई हो मगर हमारे कहने से एक बार छठ का बारत करके देखो । हमें बिस्वास है कि छठ माता तुम्हारी गोद जरूर भरेगी ।
छठ मा की पूजा श्रद्धा भाव से हो
सास की बहन की बात सुन कर हमारे भी मन में फिर से बिस्वास की किरण जग गई और मन ही मन ठन लिया कि इस बार छठ का बरत जरूर करूंगी । फिर देखते ही देखते छठ का दिन नजदीक आगया । मैं भी इस बार बहुत श्रद्धा भाव से तैयारी करने लगी और श्रद्धा से छठ माता का व्रत भूखी उख के साथ सात कई सारे फल दौरा में सजा कर रख दिया ।
मेरे पति अपने मत पर दौरा लेकर घट पर गए और मैं उनके पीछे पीछे हट में जल और दिया लिए छठ घाट पर पहुंची । वह पहुंचने के बाद बहुत सारे लोगों की भीड़ लगी थी । बहुत सारे लोग छठ करने आए थे । पूरी घाट फूल माला और लाइट से सजी थी । देखने में बहुत अच्छा लग रहा था ।
छठ माता की कृपा से मानो कामना पूरा हुई
श्रद्धा से पूजा करने के बाद सूर्य देव को दोनों बैराकरग भी दिया और अचल पसार कर छठ माता से अपना मनसा पूरा करने की बिनती भी किया । मां के आशीर्वाद से कुछ महीने बाद मैं मा बन गई । मां बनाने की खुशी में अगले साल पूरा धूम धाम से बजा बजवाते हुए छठ माता की कोसी भी भरी ।
इसी लिए कहा गया है सच्चे मन से अगर कोई छठ मा का व्रत करे तो निश्चित ही छठ माता उसकी मानो कामना पूरा करती है । इसी लिए ये पर्व पूरे यूपी और बिहार में बहुत धूम धाम से मनाया जाता है ।