
परदेशी 2 : जब कोई छोड़ कर जाता है तो बहुत तकलीफ होती है
मनु जीवन में पहली बार किसी को चाहा था और पहली बार किसी को प्यार किया था । लेकिन बिना बताए जब वो कही चली गई तो मनू का भी मन उदास रहने लगा क्यों कि उसका फोन नंबर भी मालूम नहीं था । इस लिए उसके जाने के बाद मनु उदास रहने लगा और काम में भी मन नहीं लग रहा था ।

जब भी अपने छत से उसके छत की तरफ देखता था तो उसकी याद मेरे दिल में और भी बढ़ जाती थी । ऐसा लगता था कि शायद उसके बिना इसका जीवन अधूरा सा हो गया है । मनू के दोस्त लोग बहुत समझाए लेकिन मनू का मन उदास ही रहता था और खाना पीना भी ठीक से नहीं खाता था ।
बेवफा को भूलने की कोशिश
उसकी याद से परेशान होकर मनु सोच लिया कि अब इस शहर में नहीं रहेंगे । क्यों कि यहां रहेंगे तो जब जब उसके छत के तरफ देखेंगे तब तब उसकी याद और भी जादा बढ़ेगी । इसलिए अपने दोस्तो से कह कर दूसरे शहर में काम की बात फाइनल करवाया और जाने की तैयारी करने लगा ।
मनु दूसरे शहर में आने के बाद अपने काम में लग जाता है । वहां उसके रुम से कंपनी की दूरी करीब एक किलो मीटर थी । मनु रोज पैदल ही जाया करता था और उस लड़की को भूलने की प्रयास भी करता था । इसलिए किसी भी लड़की की तरफ आंख उठा कर भी नहीं देखता था ।
शायद नसीब को उसे फिर से मिलना ही लिखा था ।
एक दिन मनु अपने कंपनी से रुम को जा रहा था । तभी उस लड़की ने इसे देख लिया और आवाज लगाई लेकिन मनू उस लड़की की आवाज को नहीं सुन पाया और चला गया । लड़की समझ गई कि ये यही पर आगया है और कंपनी से इसी टाइम पर इधर से जाता भी है ।
अगले दिन वो लड़की उसी टाइम और उसी समय वहां मनु के इंतजार में खड़ी थी । तभी थोड़ी देर बाद मनु अपने कंपनी से रुम के लिया जा रहा था । ज्यों ही मनु इधर आया वो लड़की इसका हाथ पकड़ लेती है और बोली मुझसे नाराज है क्या । मनु उसको देख कर चकित हो जाता है । सोचा जिसको भूलने के लिए हम यहां आए , भगवान उसे यही पर फिर से मिला दिए । दोनों खुश होकर गले लग जाते है ।