लाल ड्रेस : पहली नजर में आखिर कोई भा ही जाती है ।

0
8

लाल ड्रेस : पहली नजर में आखिर कोई भा ही जाती है ।

शादी का सीजन चल रहा था और मेरे भी रिलेशन में मामा के यहां एक शादी पड़ी थी । मै भी परदेस कमाने गया था लेकिन मुझे भी खास तौर पर इस शादी में बुलावा आया था । मैं भी शादी के एक दिन पहले अपने गांव पर पहुंचा फिर अगले दिन मैं वहां पर चला गया ।

वहा पर जाने के बाद देखा कि बहुत सारे लोग उस शादी में आए हुए थे । पूरा घर रिलेशन से भरा हुआ था । तभी मेरी नजर एक लड़की पर पड़ी वैसे तो बहु सारी लड़कियां आई हुई थी । लेकिन वो उन सभी लड़कियों से कुछ अलग ही हट कर  थी ।

जो मन को भा जाती है उससे बात करने को मन कर ही देता है ।
शायद भगवान ने उसे फुर्सत से ही बनाया होगा । मखन की तरह उसकी गोराई और ओंठ गुलाब के पंखुड़ियों की तरह लाल । मानो जैसे वहां पर वो सभ से अलग ही लग रही थीं । लाल ग्रेस उसपर और भी चार चांद लगा रही थी और ऊपर से उसके घुंघराले बाल और भी अच्छी लग रही थी ।

मेरा निगाह बार बार उसी के तरफ जा रहा था । मेरा दिल उससे बात करने के तड़पने लगा । मैं कोई ना कोई बहाना बनाकर उससे बात कर के दोस्ती करने का प्रयास में लग गया । फिर मैं अपने मामी से उसके बारे में पूछा तो पता लगा कि वो मामा के लड़के की साली है ।

आखिर कोशिश करने से चाहत पूरी हो ही जाती है ।

मैं उसी को बार बार देख रहा था । वो जहां पर जाती थी मैं भी उधर ही चला जाता था और बार बार उसी को देख रहा था मेरा निगाह उसपर से हट ही नहीं रही थी । मेरा बार बार उसको देखना शायद वो देख ली थी और मेरे मन की बात समझ भी ली थी ।

मैं उसे देख रहा था तभी वो भी मुझे देख कर मुस्करा दी । उसकी मुस्कुराना देख कर मुझे अब बिस्वास हो गया कि बात बन जाएगी । फिर मैं मौका देख कर उसे अपना नंबर दे दिया और वो भी आराम से ले ली फिर शादी के बाद हम सभ अपने अपने घर गए । फिर अगले दिन उसकी फोन आई और उससे बात चालू हो गई । अब मैं उसे बहुत प्यार करता हु और वो भी मुझसे उतना ही प्यार करने लगी है ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here