
सोना देने वाली गाय : गरीबी बहुत तकलीफ देती है ।
एक गांव में सीमा नाम की एक औरत अपने तीन बेटों के साथ झोपड़ी में रहा करती थी । वो बहुत गरीब थी और उसके पति दो साल पहले ही मर चुके थे । इसके पति नहीं रहने के कारण इसकी हालत बहुत खराब थी क्यों कि पति थे तो मजदूरी कर के जो पैसा लाते थे । उससे गुजारा हो जाता था ।

लेकिन पति के बिना बाहर कमा कर लाने वाला कोई नहीं था । तीन लड़के थे लेकिन वो सभी अभी बहुत छोटे थे । इस कारण उस सीमा को घर चलाने में बहुत परे सानिया हो रही थी । इसके पति जब जिंदा थे तब बाजार से एक गाय खरीद कर लाए थे ।
कभी कभी अजूबा ही देखने को मिलता है ।
सीमा अपने बच्चों के साथ साथ पति के लाए हुए गाय का भी देख भाल कर रही थी । सीमा के बेटे इस गाय को रोज जंगल की तरफ चराने लेकर जाते थे और सीमा दूसरों के घर झाड़ू पूछा करने जाया करती थी । ताकि उससे जो पैसा मिले वो अपना घर चला सकी ।
एक दिन सीमा गाय को खाने के लिए भूसा डाल रही थी तो रोते हुए गाय से अपनी दुख को सुना रही थी और कह रही थी कि पता ना कब हमारा दुख दूर होगा । फिर गाय को भूसा डालकर घर के अंदर गई फिर थोड़ी देर बाद जब बाहर निकली तो देखती है कि इसके गोबर में कुछ चमक रहा है ।
एक गरीब की गरीबी को गाय माता समझ लेती है ।
सीमा जब अपने हाथ से उठाकर देखती है तो वो चमकदार चीज सोना था । सीमा अपने गाय के गोबर में सोना देख कर चकित हो जाती है और मन ही मन इसके खुशी का ठिकाना नहीं रहा । सीमा इसे जल्दी उठा कर घर में लेकर जाती है और इसे बक्सा में रख देती है ।
फिर अगले दिन भी इसके गोबर में सोना लिकला और इसी तरह ये गाय रोज सोना देने लगी । सीमा उसी सोने को बेच कर बहुत पैसा एकठा किया अपना पक्के का बड़ा मकान बनवाकर बहुत बड़ा बिजनेस खड़ा कर दिया और अब सुख का जीवन बिताने लगे ।