
बेवफा : जब दिल में गहरा प्यार हो तो कुछ भी दिखाई नहीं देता ।
प्यार करने वाले को तो ऐसे ही जमाना बैरी होता है जो कि दो प्यार करने वाले को मिलने देना नहीं चाहते है । लेकिन कभी ऐसा भी होता है जिसमें प्यार करने वाले ही अपने प्यार का दुश्मन हो जाते है और सच्चे प्यार करने वाले को धोखा देकर दूसरे तरफ मुंह मोड़ लेता है।

ऐसे ही गुड्डू नाम का लड़का सौम्या नाम की लड़की से बेइंतेहा मोहब्बत करता था । सौम्या को गुड़ू दिलो जान से चाहता था । सौम्या भी गुड्डू से प्यार करती थी । दोनों का प्यार जमाने और घरवाले से छुप छुपा कर चल रहा था । दोनों एक नार्मल परिवार के थे ।
दीवाना किसी के प्यार में कुछ भी नहीं देखता ।
गुड्डू का किराने का दुकान था और लड़की अभी पढ़ाई करती थी । सौम्या अपने प्यार में गुड्डू को इतना दीवाना बना चुकी थी कि गुड्डू को अपना दुकान भी चलाने में मान नहीं लगता था वो दिन रात इसी के पीछे पड़ा रहता था । यहां तक कि कभी कभी अपना दुकान बंद कर के इसके कॉलेज भी चला जाता था ।
दोनों साथ जीने मारने की कसम भी खाई थी । गुड्डू सौम्या के प्यार में बहुत सपना सजा चुके थे । सोचे थे कि इसके साथ शादी कर के घर बसाएंगे और इसी तरह से प्यार को जीवन भर निभाएंगे । ये उसकी की हर जरूरत को पूरा करते थे । ये जो भी मांगती गुड्डू उस चीज को लाकर जरूर देते थे ।
बेवफा लड़की आखिर बर्बाद कर के चली ही जाती है ।
धीरे धीरे गुड्डू अपना सभ कुछ सौम्या के पीछे बर्बाद कर चुके थे । इसका दुकान भी टूट गया क्यों कि दुकान का सारा पूंजी सौम्या के ऊपर ही लुटा चुका था । गुड्डू को बर्बाद होने के बाद धीरे धीरे सौम्या का ब्यौहार बदलने लगा । वो गुड्डू के तरफ ध्यान देना बंद कर दिया । यहा तक कि इसे देखना और बात भी करना बंद कर दिया ।
गुडु को जब महसूस हुआ तो इसका कारण पूछा तो कुछ नहीं बताई । गुड्डू के दिल में तकलीफ होने लगी कि आखिर कारण क्या है कि हमारे साथ ये ऐसा ब्यौहार कर रही है । तभी अगले दिन देखा कि सौम्या किसी दुसरे लड़के के साथ बुलेट पर बैठ कर जा रही है और उस लड़का को पीछे से अपने बाहों में पकड़ी थी । गुड्डू ये देख बहुत दुखी हुआ और समझ गया कि लड़कियां आखिर बेवफा ही होती है ।