
भाई बहन का प्यार : जब बच्चे अभी छोटे होते है तो बहुत शरारती होते है ।
एक गांव में बिरजू नाम का एक किसान रहता था । बिरजू को बहुत दिनों के बाद दो औलाद हुए थे । एक लड़का और एक लड़की । लड़का नाम हिमांशु था और लड़की का प्रीति । बिरजू अपने दोनों औलाद से बराबर बराबर प्यार करते थे किसी में भी कोई कमी नहीं करते थे ।

बिरजू के दोनों औलाद हिमांशु और प्रीति दोनों बहुत नटखट और शरारती थे । ये दोनों साथ में ही खेलते थे लेकिन बात बात पर झगड़ा भी कर लेते थे । कभी खिलौना के लिए लड़ते रहते थे कि ये हमारा खिलौना है , ये हमारा खिलौना है । हम तुम्हे अपना खिलौना नहीं देंगे ।
भाई बहन में बात बात पर झगड़ा हो ही जाता है ।
फिर कभी एक ही खिलौना से एक साथ ही खेला करते थे । इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन फिर कभी खाने के लिए भी झगड़ा कर लेते थे । अगर दुकान से किसी एक ने खरीद कर कोई चीज लाई तो दूसरे को देखते ही झगड़ा शुरू हो जाएगा । जब तक दूसरे को भी ना मिलाए ।
लेकिन आपस में प्यार भी इतना था कि दोनों एक दूसरे के किए किसी से भी लड़ जाते थे । एक बार ऐसे ही हिमांशु घर से बाहर खेल रहा था तभी एक लड़का ने हिमांशु को मार दिया । फिर प्रीति हिमांशु को रोते देख इसे बर्दाश नहीं हुआ और उस लड़के से खूब झगड़ा की ।
भाई बहन में झगड़ा होता है लेकिन आपस में प्यार भी बहुत होता है ।
ये दोनों भाई बहन एक दूसरे के बिना रहते भी नहीं थे । अगर एक दिखाई नहीं दिया तो दूसरा खोजने लगता था और साथ में रहने पर बात बात पर झगड़ा भी कर लेते थे । इसी तरह से दोनों फिर बड़े भी हुए लेकिन इन दोनों का आपस में प्यार और झगड़ा कभी भी कम नहीं हुआ ।
फिर प्रीति की शादी हुई और शादी के दिन तक ये दोनों आपस में झगड़ा किए । लेकिन जब बिदाई हो रही थी तब दोनों एक दूसरे के लिए खूब रोए । इन लोगों का रोना देख दूसरे लोग भी रो दिए । दुनिया इसी लिए कहती है कि भाई बहन का प्यार ऐसा ही होता है । कभी झगड़ा हुआ तो कभी मेल भी हो गया ।