
दिल का हाल : प्यार होने के पहले लोगों के नजर में सभ ठीक रहते है ।
एक गांव में बहुत ही सीधा साधा और अच्छे विचार वाले उमेश नाम का एक लड़का था । इसका एक ऐसा समय था कि इसके शराफत की तारीफ पूरा इलाके में होती रहती थी । उमेश की पढ़ाई भी बहुत अच्छी चल रही थी । वो हर साल पढ़ाई में टॉप आया करता था ।

उमेश के कॉलेज में एक संध्या नाम की लड़की पढ़ने के लिए आई । तभी एक दिन संध्या से उमेश की दोस्ती हो जाती है और ये दोस्ती एक दिन प्यार में बदल गई । प्यार इतना बढ़ गया कि उमेश अब संध्या के बिना एक पल नहीं रह सकता था । ये संध्या के ऊपर बिल्कुल दीवाना बन चुका था ।
अगर कोई इसी को दिल से प्यार किया हो और वो धोखा दे दे तो क्या होगा ?
उमेश संध्या के प्यार में इतना दीवाना बन चुका था कि संध्या जो भी मानती उमेश वो चीज़ लाकर दे दिया करता था । ये जो भी करने को कहती ये वो ही किया । मगर संध्या अंत में अपनी फितरत को देखा ही दी । ये उमेश को धोखा देकर अपने रिलेशन के किसी लड़के के साथ घर से भाग कर लवमैरेज शादी करली ।
संध्या की इस बेवफाई से उमेश के दिल पर बहुत चोट पहुंची । वो इतना टूट गया कि उमेश अब संध्या की दी हुई गम को भूलने के लिए दिन रात शराब पीने लगा । ये अब कॉलेज जाना भी छोड़ दिया था । बस दिन रात शराब की नशे में पागलों की भाती इधर से उधर भटकने लगा । ना ठीक से खाना खाता था ना ठीक से रात को सोता था ।
जमाने में कोई भी किसी आशिक के दिल का हाल नहीं समझता ।
जिसके पढ़ाई और व्यवहार के पूरे गांव वाले तारीफ किया करते थे । वहीं गांव वाले इसको अब शराबी और मवाली कहने लगे । कोई कोई तो इसे पागल भी समझने और कहने लगे थे। उमेश अपने घर वाले और गांव वाले के नजर में पूरी तरह गिर चुका था । लोग इसके दिल के दर्द को नहीं समझते थे। बस इसे शराबी और मवाली पागल कहते थे ।
इसके घरवाले बहुत समझाए लेकिन ये नहीं मान पाए इस लिए एक बार उमेश के पिता इससे परेशान होकर इसे जेल में करवा दिए ताकि ये सुधार जाए । जेल में जाने के बाद उमेश फूट फूट कर रो रहा था और कह रहा था कि लोग जो दिखता है वही समझते है । लेकिन कोई एक आशिक के दिल का हाल नहीं समझते है कि एक आशिक पर क्या गुजरती है ।