सबसे बड़ा दोस्त : लोगो को यही समझना चाहिए कि हमें साथ देने वाला कौन है ।

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एक गांव में हरि नाम का एक किसान रहता था । ये गांव पर ही अपना खुद का खेती किया करता था । हरि के दो लड़के थे । बड़े बेटे का नाम राम था और दूसरे का किसन । उन दोनों की आपस में कभी नहीं बनाती थी । ये दोनों आपस में किसी ना किसी बात पर हमेशा झगड़ते रहते थे ।

किसन थोड़ा अधिक चंचल था इसके दोस्त भी बहुत ज्यादे थे । ये उन्हीं लड़कों के साथ रहा करता था और उन सभ पर पैसा भी खर्च किया करता था । लेकिन राम का कोई दोस्त नहीं था । वो अपने पिता के साथ ही खेती बारी का काम किया करता था । ये अपने परिवार में ही ज्यादा मिल जुल कर रहना पसंद करता था ।

लोग दूसरों के बहकावे मे अपनो से बैर कर लेते है ।

दोनों की सादी हो गई और कुछ दिन बाद इसके पिता हरि की तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई । वो काफी बूढ़े भी हो गए थे । इसलिए हरि अपने दोनों लड़के को अपने पास बैठा कर यही कहा कि बेटा हमारा तो जीवन का अंतिम समय चल रहा है । लेकिन तुम दोनों आपस में मिल जुल कर रहना ।

फिर कुछ दिन बाद हरि की मौत हो गई । लेकिन किसन अपने दोस्तो के बहकावे मे आकर अपने भाई से अलग हो गया । राम उसे बहुत समझाने की कोशिश किया कि पिता जी हम दोनों को एक साथ मिल जुल कर रहने को बोले थे । इसलिए हम लोगों को आपस में अलगाव रखना ठीक नहीं होगा ।

समय पड़ने पर अपने ही आपके साथ देंगे ।

लेकिन किसन बात को नहीं माना और घर का बंटवारा कर लिया । समय बीतता गया और एक दिन किसन की तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई । किसन अपने दोस्तो से मदत मांगी की हॉस्पिटल ले जाकर मेरा इलाज करवा दो । लेकिन सभी ने कोई ना कोई बहाना बना कर उसके बात को टाल दिये ।

लेकिन जब राम को मालूम हुआ कि किसन की तबियत बहुत ज्यादा खराब है तो उसने तुरंत आकर उसे अस्पताल ले गया और इलाज करवाया । कुछ दिन बाद जब किसन ठीक हुआ तो अपने भाई से माफी मांगी । वो कहने लगा कि दुनिया में चाहे कितना भी दोस्त हो । लेकिन अंत में भाई ही साथ देता है । दुनिया में भाई से बड़ा कोई दोस्त नहीं होता । अब उस दिन से दोनों आपस में मिल जुल कर रहने लगे ।

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