यह एक प्यार भरी हिंदी कहानी है जिसमें की रौशन नाम का एक लड़का था जो कि गर्मी की छूटी में दिल्ली अपने मामा के यहां घूमने जा रहा था । कंधे पर कपड़ो का बैग लिए स्टेशन पर बैठा था और ट्रेन आने का इंतजार कर रहा था । वहा बहुत सारे लोग भी ट्रेन के इंतजार में भीड़ लगाए हुए थे तभी कुछ देर बाद एक ट्रेन वहां पर आ कर खाड़ी हो गई ।
ट्रेन को आते ही कई सारे लोग अपनी अपनी समान बैग लेकर उस ट्रेन में चढ़ रहे थे । तभी रौशन की नजर उस ट्रेन में खिड़की के पास बैठी एक लड़की पर पड़ी जो कि काफी सुंदर और चेहरे पर मासूमियत थी । जो कि रौशन को अपनी तरफ आकर्षित कर रही थी । रौशन उस लड़की को बिना नजर हटाए देखने लगा ।

पहली नजर में ही कोई दिल में उतर जाती है ।

जैसे कि उस लड़की के चेहरे में चुंबकीय भरा आकर्षण है जो कि रौशन को अपने ऊपर दीवाना बना रही थी । तभी अचानक ट्रेन को वहा से जाने की हरण सुनाई दीया । आवाज सुनते ही रौशन अपना बैग लेकर उस लड़की को देखते हुए आगे बढ़ने लगा , तभी ट्रेन खुल गई और देखते ही देखते उसका रफ्तार तेज हो गया ।
रौशन उस ट्रेन पर नहीं चढ़ सका और स्टेशन पर बैठ कर अप्सोस करने लगा और बार बार उस लड़की का चेहरा याद कर रहा था । लेकिन कुछ देर बाद एक सपना समझ कर उसे अपने दिमाग से निकाल दिया और दूसरे ट्रेन का इंतजार करने लगा । फिर काफी देर के बाद एक ट्रेन वाहा आई तो रौशन उसपर बैठ कर चला गया ।
नसीब से कोई बिछड़ कर मिल जाता है ।
रौशन दिल्ली में अपने मामा के घर रात को पहुंच और सफर का थका हुआ था इसलिए जल्दी ही सो गया । लेकिन सुबह जब उसकी आंख खुली तो जैसे ही दरवाजा खोलकर बाहर निकला तो देख कर चकित रह गया । क्यों कि जिस लड़की को ट्रेन में खिड़की के पास देखा था , वहीं लड़की सामने वाली छत पर खड़ी थीं ।
रौशन उसी समय दौड़ कर अपने छत पर गया और खड़ा हो कर उसे देखने लगा । रौशन की मामी पहले से ही उस छत पर कपड़ा पसार रही थी , वो रौशन को उस लड़की को देखते हुए समझ गई कि ये उस लड़की पर दीवाना हो गया है । इसलिए उसकी मामी ने दोनों में जान पहचान करा के दोस्ती करवादी , फिर कुछ दिन बाद दोनों में प्यार हो गया ।