
यह एक हिंदी बच्चों की हिंदी है , जिसमें की एक गांव में चंदन नाम का एक लड़का था जो कि अपने मा बाप का एकलौता था । इसके पिता का नाम प्रेमचंद था , जो कपड़े का बहुत बड़ा बाईपारी थे । वो अपने बिजनेस से बहुत अच्छा खासा पैसा कमा रहे थे और अपने परिवार को हर ऐसों आराम देते हुए वो हर जरूरत को पूरा रहे थे ।
प्रेमचंद के अच्छे खासे बिजनेश और तरक्की को देख कर बहुत सारे लोगों के मन में जलन रहती थी । उन्हीं लोगों में एक शंभू नाम का भी कपड़े का व्यापारी था , जो प्रेमचंद से मीठा मीठा बात करता था , लेकिन उसके पीठ पीछे उसका कैसे नुकसान करे , वो हमेशा सोचता रहता था ।

कुछ लोग ऐसे भी होते है जो आपको नुकसान पहुंचाना चाहते है ।
प्रेमचंद का लड़का चंदन दूसरे शहर में एक अच्छे स्कूल में पढ़ाई कर रहा था । तभी एक दिन शंभू के मन में बात आई कि क्यों ना हम चंदन का किडनैप कर ले और उसके जरिए प्रेमचंद को बहुत सारा फिरौती का रकम मांग कर उसे नुकसान पहुंचा दिया जाय , ताकि उसका बिजनेश भी नुकसान हो सके ।
यही सोच कर एक दिन शंभू कुछ भाड़े के गुंडों को स्कूल भेज कर चंदन का किडनैप करवा लिया और खुद प्रेमचंद के ही पास था , ताकि किसी को शक ना हो सके । गुंडे चंदन को एकांत पहाड़ी जगह पर ले जाकर कमरे में बंद कर रख दिया और शंभू के मुताबिक प्रेमचंद को फोन कर के ढेर सारा रुपया का डिमांड किया ।
लड़के की बुद्धिमानी से सबको सजा मिल गई ।
प्रेमचंद अपने लड़के का किडनैप की बात सुनकर घबरा गया और पैसा देने के लिए तुरंत राजी हो गया । तभी उधर चंदन के मन में एक उपाय सूझी और गुंडों से कहा कि मैं अपने घर पर एक ऐसा जादुई पेन रखा है , जिससे आप जो चाहो जितना पैसा चाहो मांग सकते हो , उसी पेन से मेरे पापा की तरक्की हुई है ।
किडनैपर के मन में लालच आ गई और वो चंदन को पेन लाने भेज दिए । चंदन घर आते ही अपने पापा से सारी बात बता दी फिर पुलिस कंप्लेन कर के उन किडनैपर को पकड़वा दिया । पुलिस उन किडनैपर को मार कर किडनैप कराने वाले का नाम पूछ कर शंभू को भी अरेस्ट कर लिया । इस तरह से चंदन के बुद्धिमानी से उसके पाप का पैसा भी बच गया और किडनैपर सहित शंभू भी गिरफ्तार हो गया ।