
दिल को भा गई 2 : किसी की चाहत मन में बेचैनी बढ़ा देती है ।
मनोज को अपने दीदी के यहां जिस दिन से पूजा नाम की एक लड़की से भेट और बात हुआ था उस दिन से उसके लिए मनोज का दिल हमेशा बेचैन रहता था । मनोज अपने दीदी के यहां बार बार उसी लड़की के लिए जाया करता था । ताकि उस लड़की से फिर से भेट हो जाए और बात भी हो जाए ।

बार बार जाने के बाद भी उस लड़की से भेट नहीं होता था तो मनोज निराश होकर अपने गांव लौट आता था । मनोज के दिमाग में हमेशा पूजा की ही सूरत दिखाई देती थी और रात को सोते समय पूजा का ही सपना देखा करता और उसी के बारे में सोचता रहता था ।
प्यार के लिए बार बार आखिर लोग कही पर चले जाते है ।
मनोज की चाहत बहुत थी लेकिन क्या करे उससे भेट नहीं हो पाती थी । फिर एक दिन अपने दीदी के यहां त्यौहार लेकर गया था । तभी फिर से पूजा नाम की लड़की दिखाई दी । वो भी मनोज के दीदी के घर कुछ काम से आई थी । इसको शायद संजोग ही कहा जाएगा ।
मनोज इसे देख कर बहुत चकित हुआ । पूजा की नजर जब मनोज पर पड़ी तो वो इसके तरफ देख कर मुस्करा दी और हाल चाल लेने लगी । उस वक्त मनोज की दीदी अपने रुम में कुछ काम से गई थी और ये दोनों बाहर बरांडे में चौकी पर बैठ कर बात कर रहे थे ।
दिल में अगर सच्चा प्यार हो तो जरूर पूरा होता है ।
तभी मनोज मौका देखकर पूजा से अपने दिल की बात कह दी । पूजा मनोज की बात सुनकर कुछ उदास हो गई थीं। तब मनोज इसके उदासी का कारण पूछा तो पूजा बोली कि हमारे मन में अभी इस तरह का कोई भी बात नहीं है । अगर ऐसा है तो मैं कल सोच कर बताऊंगी ।
पूजा अपने घर चली गई और इधर मनोज के मन में बेचैनी होने लगी कि कल पूजा का क्या जवाब होगा । मनोज अगले दिन का इंतजार करने लगा । इसके लिए रात भर सो नहीं पाया । फिर अगले दिन जब पूजा घर आई तो एक कागज पर अपने मन की बात लिख कर लाई थी और जनाब हा में था । पूजा का हा में जवाब सुनकर मैं बहुत खुश हुआ ।