
प्यार की जुदाई 2 : प्यार में जुदाई होना ये परंपरा सदियों से है ।
दो प्यार करने वाले को घर वाले ही सबसे पहले जुदा करते है । ठीक उसी तरह जैसे सदियों से आज तक चलता आ रहा है । ठीक उसी प्रकार अमन और अनु दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे । लेकिन घर वालो के कारण इन दोनों को मजबूरी में आकर जुदा होना पड़ा ।

अनु और अमन को पकड़े जाने पर अनु के पिता इसकी शादी दूसरे जगह तय कर दिए । अनु को घर से बाहर निकालना भी बंद हो गया था और मोबाइल भी छिन ली गई थी । अमन को मुहल्ले वालों से इस बात की खबर हुई की अनु की शादी कहीं पर तय हो गई है । अमन बहुत दुखी हो जाता है ।
प्रेमी लाख प्रयास करे लेकिन घर वाले नहीं मानते ।
अमन अपना प्रयास करते हुए अनु के पिता से हाथ जोड़ कर मनाने की कोशिश किया । बोला कि हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते है । हम एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते है । आप अनु की शादी दूसरे जगह ना कर के मुझसे करवा दीजिए । इस बात पर अनु के पिता गुस्से हो जाते थे ।
अमन को फिर से मारने लगते थे । बात अमन के घर वालो तक भी पहुंच गई । इधर अमन के पिता भी अपने लड़के पर दबाव बनाना शुरू कर दिया । अमन मजबूर हो गया कि वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकता । उधर अनु की शादी का दिन नजदीक आगया था ।
आखिर प्यार करने वाले जुदा हो ही गए ।
अनु के शादी के दिन अमन दिल में अपना दर्द लिए अपने छत पर दारू पी रहा था । उधर अनु के दरवाजे पर बरात आई और डी जे बज रहा था लोग नाच रहे थे । लेकिन इधर अमन बार बार अनु के घर के तरफ देख कर रो रहा था । उधर अनु का भी वही हाल था । वो भी अमन का एक झलक देखना चाहती थी लेकिन मजबूर थी ।
अनु भी रो रही थीं । इधर शादी के सारे रसम पूरे हुए जयमल फेरे और सिंदूर दान भी हो गया । ये सारी रस्म अनु ना चाहते हुए भी रो कर निभाना पड़ा । अमन भी सारी रात जगा हुआ था । सुबह बिदाई होने लगी तो अनु बार बार घूंघट से बाहर अमन को देख कर रो रही थीं और अमन भी इसकी बिदाई देख कर रो रहा था । अंत में आखिर अनु अपने ससुराल चली गई और इस तरह दोनों को जुदा होना होना पड़ा ।
ये कहानी और पत्र सभी क्लीनिक है ।
लेखक – रविकांत मोहि