
मां लक्ष्मी की कृपा : अमीर भाई गरीब भाई को हमेशा नीचा दिखाता है ।
एक गांव में दो भाई रहते थे । एक का नाम सोहन और दूसरे का नाम मोहन था । वो दोनों अपना अपना बीबी बच्चा को लेकर अलग रहा करते थे। मकान का अभी बंटवारा नहीं हुआ था । इसलिए दोनों का आंगन एक ही था । बस खाना अलग बनाया करते थे और बात चित बंद था ।

मोहन गरीब था इसलिए गांव में ही दूसरे का खेत में काम कर के अपने परिवार का गुजारा करता था । मगर सोहन सरकारी नौकरी करता था इसलिए वो अपने पैसे के घमंड में हमेशा अपने भाई को नीचा दिखाया करता था । बात बात पर इसे कोई ना कोई ताना रहता था ।
गरीब के पास भक्ति के सिवाय कुछ भी शेष नही रहता ।
सोहन के बीबी बच्चे भी मोहन के बीबी बच्चे को नीचा दिखाया करते थे । क्यों कि सोहन के पास पैसा था इसलिए इनकी ठाट बाट और उतना बैठना हाई फाई सोसाइटी में था । महंगे महंगे कपड़े पहनना और महंगी गाड़ियों मे घूमना । ये सभ मोहन को नीचा दिखाने के लिए करते थे ।
मोहन और इसकी बीबी मा लक्ष्मी के सच्चे भक्त और ईमानदार थे । ये रोज सच्चे मन से मा लक्ष्मी की पूजा पाठ करते और साम को रोज आरती लगाते थे । मां लक्ष्मी भी इन पर खुश थी लेकिन अभी इन लोगों का परीक्षा ले रही थी कि ये बहुत गरीबी होने पर भी कितना भक्ति करते है ।
मां अपने भक्त को ज्यादा दिन दुःखि नहीं देख सकती ।
सोहन के घर जब भी अच्छा पकवान बनता था तो मोहन के बच्चे देख कर तरसते रहते थे । मोहन भी ये देख कर बहुत दुखी होता था कि हम चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते क्यों कि इतना गरीबी था कि पैसों का बहुत अभाव था । मोहन चाह कर भी अपने बच्चों को न अच्छा कपड़ा दे सकता था नहीं अच्छा खाना दे सकता ।
एक बार मोहन पूजा कर रहा था तभी मा लक्ष्मी इसे दर्शन दिए , मोहन देख कर चकित हो जाता है । मां लक्ष्मी बोली कि मैं तुम पर प्रसन्न हु इस लिए मैं तुम्हरा घर अन धन से भर दूंगी । ये कह कर मा अदृश्य हो गई । मोहन के घर उस दिन से अन धन से भर गया था और भी अपने बीबी बच्चों को अच्छे से भरण पोसन करने लगा । लेकिन धन होने पर भी ये मा लक्ष्मी की पूजा करना नहीं छोड़ा ।