वैसे तो दुनिया में जब भी कोई भूत प्रेत या चुड़ैल की बात करता है, तो कुछ लोगों के मन में डर सा होने लगता है। क्यों कि लोग यही समझते है कि जिस पर भूत प्रेत या चुड़ैल की साया पड़ती है, तो वो लोगों बहुत परेशान हो जाते है । लेकिन कभी कभी ऐसा भी होता है कि कुछ चुड़ैल की ममता ( Witch’s affection )लोगों का दिल जीत लेती है ।
ठीक उसी प्रकार एक गांव के पास बहुत बड़ा जंगल जैसा झाड़ी था , जहां पर जाने से वहा में एक चुड़ैल रहा करती थी और उसे गांव के कुछ लोग अपनी आंखों से देख लिए थे। इसी वजह से उस रास्ते से भी लोग आना जाना छोड़ दिए थे।

कुछ लोग अपने द्वेश में किसी भी हद तक गिर जाते हैं।

एक बार उसी गांव के रहने वाला दिन बंधु नाम का एक साहूकार था , जो अपने बिजनेश से बहुत सारा धन कमा कर उस गांव का सबसे अमीर आदमी बन गया था। उसी गांव का रहने वाला एक किशोर नाम का भी साहूकार था, जो कि दीनबंधु के तरक्की को देख कर उसके मन में जलन रहती थी।
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दीनबंधु को बहुत दिन बाद एक संतान हुआ, जो उसके संपति का वारिश था। एक बार किशोर अपने मन की द्वेश में आकर दीनबंधु के नवजात लड़के को चुरा कर उसी चुड़ैल वाली झाड़ी में फेक दिया ताकि किसी को पता न चल सके। दीनबंधु अपने लड़के के गायब होने से बहुत दुखी हुआ और चारो तरफ खोजवाया लेकिन बच्चा नहीं मिला।
चुड़ैल बच्चे को प्यार कर रही थी ये देख सभी लोग चकित हो गए।
झाड़ी में बच्चा भूख से तड़प कर रो रहा था, तभी चुड़ैल बच्चे को रोने की आवाज सुन कर तुरंत उसे गोद में उठा कर अपनी जादू से दूध मंगा कर पिला दिया और उसे अपने गोद में खेलाने लागी। उधर दीनबंधु अपने बच्चे को गायब होने पर बहुत परेशान था और बेचैनी के साथ अपना सारा काम छोड़ कर चारों तरफ ढूंढ रहा था।
तभी एक दिन दीनबंधु और कुछ गांव के लोग अपने मन में हिम्मत जुटा कर उस झाड़ी में ढूंढने गए और जाते ही देखा कि चुड़ैल उस बच्चे को दूध पिला कर खेला रही थी । चुड़ैल की ममता (Witch’s affection) देख कर सभी लोग चकित हो गए, फिर दीनबंधु उससे अपना बच्चा मांगा तो वो प्यार से उस बच्चे को लौटा दिया ।